
आज जामुनी गुलाबी सा है ये आसमान,
जैसे हैं मेरे दिल के ये गहरे सुहाने अरमान,
जो नज़र आते हैं नज़रों की इन लहरों में,
जो साहिल की तलाश में उभरती तो हैं,
मगर उस तक पहुँचने से पहले ही,
हर बार टूट कर बिखर जाती हैं |
आसमान : रंग : जज़्बात
आज जामुनी गुलाबी सा है ये आसमान,
जैसे हैं मेरे दिल के ये गहरे सुहाने अरमान,
जो नज़र आते हैं नज़रों की इन लहरों में,
जो साहिल की तलाश में उभरती तो हैं,
मगर उस तक पहुँचने से पहले ही,
हर बार टूट कर बिखर जाती हैं |
आसमान : रंग : जज़्बात