हिन्दू मुस्लमान का दुश्मन
मुस्लमान ईसाई का
शूद्र ब्राह्मण का दुश्मन
ब्राह्मण वैश्य का
जति जति का दुश्मन
धर्म धर्म का
प्रान्त प्रान्त का दुश्मन
राज्य राज्य का
शहर शहर का दुश्मन
गाँव गाँव का
महौल्ला महौल्ले का दुश्मन
गली गली का
पड़ोसी पड़ोसी का दुश्मन
आदमी आदमी का |
जहाँ देखो वहाँ दुश्मन-
बाहर दुश्मन
अंदर दुश्मन
यहाँ दुश्मन
वहाँ दुश्मन |
इंसानियत पर कफ़न चढ़ गया है,
सद्भाव का अंतिम संस्कार हो गया,
सत्य को दफ़ना दिया गया है,
झूठ के ध्वज लहरा रहे हैँ,
अहम् का बिगुल बज रहा है,
लालच का अभद्र नाच हो रहा है,
जिधऱ देखो उधर सिर्फ़ सर्वनाश हो रहा है |
प्रदीप्ति
#humanity #insaniyat #Dushman