
जब निकले कंचन काया से,
लाल लहू सा एक शिम्ब,
और वो बने एक घाम गर्भ,
फल, फूल के उत्पत्ति का,
तब मिलता है ये प्रमाण-
प्रकृति की ये विविधता,
एक स्तर पर बोध कराती है,
समानता है,
सदृश्यता का |
सब एक ही हैं,
भिन्न होकर भी |
एक : प्रकृति : सदृश्यता