दर्शन, inspiration, philosophy

प्रेम प्रसंग

photo credits – Aakash Veer Singh (Bilaspur, Chattisgarh)

आसमान की विशाल तश्तरी में,

भानु की रमणीय आभा सजी है,

पर्णों का हरा जालीदार रूप ही, इस वन की शालीन छवि है,

जब बिखरती है ये आभा,

आसमान से उभरती हुई,

और पहुँचती है इस ज़मीन पर,

छनकर पर्णों के जाल से,

ओजस्वी किरणों के रूप में,

तब प्रज्वलित हो उठता है कण कण,

पावन कनक के समान |

ये धूप छाँव का अनूठा मेल ही,

जोड़ता है उस आसमान को इस ज़मीन से,

और ये वन साक्षी बनता है,

इस प्रेम प्रसंग का |

धूप : छाँव : प्रकृति