
तड़प तिमिर त्याग की,
तृष्णा ताप तंकन की,
आस आलोक आलिंगन की,
आकांक्षा अंकुरित अंतर्मन की,
वृहद विवेचन वैराग्य का,
सरल संलाप साध्य का,
सफ़र सुदृढ़ स्तिथि का,
विराम व्याकुल वृत्ति का,
प्राप्ति पुण्य परमानन्द की |
अलोक : ताप : परमानन्द
तड़प तिमिर त्याग की,
तृष्णा ताप तंकन की,
आस आलोक आलिंगन की,
आकांक्षा अंकुरित अंतर्मन की,
वृहद विवेचन वैराग्य का,
सरल संलाप साध्य का,
सफ़र सुदृढ़ स्तिथि का,
विराम व्याकुल वृत्ति का,
प्राप्ति पुण्य परमानन्द की |
अलोक : ताप : परमानन्द