
नन्हे से इन पुष्पों को,
एक पत्र का अंचल मिला,
मिश्री सी लोरी बनी ये हवा,
मखमली सौहार्द मिला सूर्य से,
गुदगुदी शय्या बनी ये धरा,
और ये गहरे नीले पुष्प,
एक लम्बी निद्रा यात्रा के लिए अग्रसर हुए,
चिदाकाश का आभास करने,
भूमि का जीवन त्याग कर,
एक नया अस्तित्व बनाने |
पुष्प : जीवन : निद्रा