दर्शन, L, philosophy, Soulful, Spiritual

निष्क्रिय

© tulip_brook

जैसे प्रवाह, वृद्धि के अंतर्गत,

विराजमान एक स्थिर रहस्य,

जैसे ध्वनि, कथन के भीतर,

विद्यमान एक गूढ़ मौन,

वैसे ही नश्वर देह के अन्दर,

स्तिथ एक मर्म अमृत |

इस जीवन में -जो प्रत्यक्ष है,

वो पूर्ण सत्य नहीं,

और

जो परोक्ष है,

वो अर्द्ध मिथ्या नहीं |

जीवन : प्रत्यक्ष : परोक्ष

inspiration, poetry

प्रकृति की सौगात

सूर्यास्त याद दिलाता है कि,

सुंदरता जीवित रहती है हर पल,

भिन्न भिन्न प्रकारों में,

अलग अलग तारीको से,

उजागर करते हुए भीतर,

हज़ारों ख्वाहिशें,

अनुभूति कराता है,

आनन्द के ये क्षण,

मगर अबोधि जीव,

रहते हैं हमेशा शंका में,

प्रत्यक्ष

और

अनुमान के |

सूर्यास्त : प्रकृति : खूबसूरती