दर्शन, inspiration, philosophy

पटिया

©tulip_brook

पटिया पे सजाई बूँदें कुछ रंगों की,

सफ़ेद, पीला, नारंगी, लाल, गेरुआ,

बनाऊँगी इन रंगों से आज,

कोई चित्रा निराला,

भीगी तूलिका से,

भरूँगी इस पृष्ठभूमि को,

हल्के गेरूए रंग से,

खीचूँगी कुछ रेखाएँ सफ़ेद,

बनाऊँगी लौ परत दर परत,

हल्के पीले सरसों मैं जैसे,

मिलता हो यूँ हौले हौले,

उगते भानू का नारंगी रस,

दमकती हो जिससे आभा,

सुलगते उग्र यौवन के,

लाल लहू की,

शीतलता देता इन्हें,

माघ के चाँद की किरणें,

सफ़ेद धारियों वाली |

पटिया : रंग : जीवन

inspiration, poetry

मेरा देश

ये भारत नहीं, सब्र और समर्पण की मिसाल है |🙏🙏

भारत

मेरा देश 
सौंधी मिट्टी और तप्ति धूप सा,

 ये प्यारा देश मेरा,

जहाँ पल पल सिक्ता सब्र,

आँच पर अभाव के, 

बचपन में खिलौेने का,

शिक्षा, और सुरक्षा का,

यौवन में नौकरी का,

व्यापार का, और परिवार का,

स्त्री के मान का,

वृध्द के सम्मान का,

गरीब की भूक का,

बेघर के बसेरे का |

इंतज़ार और उम्मीद,

कुछ खुद से,

कुछ सरकार से,

कुछ आत्मबल से, 

कुछ दरख़्वास्त से |

सौंधी मिट्टी सा ये,

इस ताप को राहत देता,

पहली बारिश की बौछार हो जैसे,

सब्र की इस आग को, 

हौले हौले शाँत कर देता |

देश: भारत: सब्र