दर्शन, inspiration, philosophy, Soulful

अद्भुत नज़ारा

Source : Aakash Veer Singh Photography

तिरोहित हो रहा है हौले हौले,

शिखर के शीर्ष पर कान्तिमान,

कनक का ये रमणीय आभूषण,

हो रहा है क्षण क्षण परिवर्तित,

इसका रंग, प्रकाश, और आकार |
इसके आलेख का सिरा,

धीरे धीरे छोड़ रहा है,

गगन की कोमल ओढ़नी पर,

पीले नारंगी रंग का मिश्रण,

और

बादलों की विषम आकृति में,

यूँ मृदुलता से घुल रहा है,

वक़्त की धीमी आँच पे,

चाशनी सा मदहोश करने वाला,

एक अद्भुत नज़ारा बनाने |

नज़ारा : प्रकृति : सुकून

दर्शन, philosophy, poetry

दर्शन – शून्य

शून्य सा ही तो है ये जीवन,

जहाँ चलते हुए इस वक्रता पर,

कभी उच्चाईओं को छू तो लेते हैँ,

मगर जब शिखर पर जा पहुँचते हैँ,

एक उमंग और जोश से भरे हुए,

तभी क्षण भर में देखते देखते,

ये दिशा ही पलट जाती है,

और फिर जा पहुँचते हैँ वहीं,

उस गहरे से एक रसातल में,

जहाँ हताशा सी महसूस होने लगती है,

वहीं फिर जीवन मौका देता है,

फिर से इस शून्य को मापने का,

और फिर हर बार वही होता है,

यूँही ये जीवन शुन्य सा चलता रहता है |

दर्शन : शून्य : जीवन