ये भारत नहीं, सब्र और समर्पण की मिसाल है |🙏🙏

मेरा देश
सौंधी मिट्टी और तप्ति धूप सा,
ये प्यारा देश मेरा,
जहाँ पल पल सिक्ता सब्र,
आँच पर अभाव के,
बचपन में खिलौेने का,
शिक्षा, और सुरक्षा का,
यौवन में नौकरी का,
व्यापार का, और परिवार का,
स्त्री के मान का,
वृध्द के सम्मान का,
गरीब की भूक का,
बेघर के बसेरे का |
इंतज़ार और उम्मीद,
कुछ खुद से,
कुछ सरकार से,
कुछ आत्मबल से,
कुछ दरख़्वास्त से |
सौंधी मिट्टी सा ये,
इस ताप को राहत देता,
पहली बारिश की बौछार हो जैसे,
सब्र की इस आग को,
हौले हौले शाँत कर देता |
देश: भारत: सब्र